श्वेत मूसली-
आज के समय मे लोगो द्वारा पारंपरिक आयुर्वेद traditional Ayurveda को भुलाया जा रहा है।लोग मार्केट
से ताकत के लिए न जाने कितनी मल्टीनेशनल कंपनियों just like suppliant marketing को पैसा लुटाते
है।सिर्फ उसकी अच्छी मार्केटिंग marketing promotion की वजह से।
आज हर घर मे स्वास्थ्य की समस्याएं health problems है। जब आदमी सब जगह से थक जाता है तब
आखिर में आयुर्वेद Ayurveda की शरण मे आता है। तब तक कई बार रोग असाध्य complicated हो जाता है।
आज हम आपको एक दिव्य ओषधि की बात करेंगे सफेद मूसली की। चीन में एक ओषधि है china medicine
जिसका नाम जिनसेंग है जिसे पूरी दुनिया अपना रही है। लेकिन जिनसेंग जैसी ही ओषधियाँ जो हमारे आयुर्वेद
भारतीय चिकित्सा विज्ञान में है उनको बहुत कम लोग जानते है और उपयोग करते है। सफेद मूसली स्वेत मूसली
नाम से जाना जाता है। पुरुषत्व के लिए
स्वेत मूसली का उपयोग- जिन पुरुषों में शारीरिक शिथिलता तथा पुरुषत्व की कमी body stamina
हो जाती है उनके लिए सफेद मूसली अत्यंत गुणकारी और बलशाली औषधि इस औषधि का उपयोग आयुर्वेद
चिकित्सा में अश्वगंधा शतावरी के साथ भी किया जाता है!अश्वगंधा शतावरी तथा श्वेत मूसली के चूर्ण powder
को बराबर मात्रा में दूध milk के साथ सुबह-शाम लेने पर 10 से 15 दिनों में आप में इन औषधियों का असर
effects of medicine दिखने लगता है।
मधुमेह diabetes में श्वेत मूसली का उपयोग-
श्वेत मूसली का उपयोग मधुमेह रोगी diabetes जिन्हें शारीरिक निर्बलता weakness शारीरिक क्षमता का
अनुभव हो रहा है वे भी श्वेत मूसली दूध के साथ with milk में सुबह-शाम एक-एक चम्मच लेने पर
शारीरिक निर्बलता body weakness दूर होगी तथा मधुमेह diabetes को नियंत्रित control
करने में भी सहायक है।
मूत्र रोगों में श्वेत मूसली का उपयोग-
मूत्र रोगों में जैसे मूत्र दाह burning in urine पेशाब में होने वाली जलन में श्वेत मूसली का उपयोग
सौंफ अथवा इलायची के साथ कर सकते हैं।जरावस्था (बुढ़ापे) old age के लिए श्वेत मूसली का उपयोग-
वृद्धजनों के लिए भी यह औषधि अमृत के समान है बशर्ते इसमें उन्हें ईश्वर जी को पचाने की क्षमता हो इस
औषधि से शारीरिक निर्बलता दूर होती है तथा शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है जिससे होने वाले
संभावित रोगों को भी यह औषधि दूर रखती है।शुक्राणुओं की कमी में श्वेत मूसली का उपयोग- शोध द्वारा
पता चला है कि इस औषधि से टेस्टोस्टेरोन की मात्रा बढ़ती है इसके साथ ही शुक्राणुओं की संख्या के साथ
में शुक्राणु की सक्रियता भी बढ़ती है।
गर्भावस्था में श्वेत मूसली का उपयोग-
पथरी के लिए श्वेत मूसली का उपयोग-
नोट -आयुर्वेदिक औषधियों के सेवन से पूर्व मान्यता प्राप्त आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
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